उल्टी सलवार - इस कहानी को मैं क्या बयान करूँ यूं कह सकते है कि आंखों देखा सच या फिर रोज़ मर्रा की ज़िंदगी मे कोई मजबूर तो कोई लालच से चूर। Adopted from the story Ulti Shalwaar by One of the famous writer Saadat Hasan Manto